हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी: अब विदेशों में बिकेंगे उनके उत्पाद

हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी: अब विदेशों में बिकेंगे उनके उत्पाद

हरियाणा के किसानों के लिए एक बड़ी और राहत देने वाली खबर आई है। जापान की जाइका (Japan International Cooperation Agency) ने राज्य सरकार के साथ मिलकर एक अहम समझौता किया है, जिसके तहत हरियाणा के किसानों को अपने उत्पादों को वैश्विक बाजार में बेचने का मौका मिलेगा। इस समझौते के बाद, किसानों के लिए अपनी उपज को विदेशों में निर्यात करना आसान हो जाएगा, जिससे उनकी आमदनी में भी वृद्धि होने की उम्मीद है।

जाइका प्रोजेक्ट का उद्देश्य

जाइका, जो कि दुनिया के बड़े विकास संगठनों में से एक है, ने इस परियोजना के तहत हरियाणा के बागवानी किसानों को उनके उत्पादों के लिए एक बेहतर और बड़े बाजार तक पहुंच प्रदान करने का वादा किया है। इस परियोजना के तहत किसानों को उनके उत्पादों के बेहतर दाम मिलेंगे और वे अपने उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेचने में सक्षम होंगे।

जाइका के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में महेन्द्रगढ़ जिले का दौरा किया और वहां के किसानों से बातचीत की। प्रतिनिधिमंडल में डिप्टी चीफ एडवाइजर ताकेसी इकेडा, ट्रेनर ताकहिरो ताकागाकी, और नेशनल कंसलटेंट डॉ. उमेश बाबू शामिल थे। इस प्रतिनिधिमंडल ने बागवानी कार्यालय का दौरा किया और परियोजना के बारे में किसानों को विस्तार से बताया।

किसानों को मिलेगा वैश्विक बाजार का अवसर

जाइका के प्रतिनिधिमंडल ने बागवानी किसानों को यह जानकारी दी कि इस परियोजना के आने से उनके लिए बाजार में अपनी फसल बेचना बहुत आसान हो जाएगा। इसके साथ ही, किसानों को ग्रेडिंग और पैकिंग के जरिए अपने उत्पादों को विदेशों में निर्यात करने का मार्गदर्शन भी दिया गया।

गांव ढाणी बाठोठा में भी जाइका प्रतिनिधिमंडल ने फील्ड विजिट की और प्रगतिशील किसानों से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने रविदत्त, संजय, रोहतास, और योगेश खानपुर जैसे किसानों से बातचीत की और उन्हें अपने उत्पादों को छोटे-छोटे समूहों में बांटकर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भेजने के लिए प्रेरित किया।

किसानों की समस्याएं और समाधान

किसानों ने इस दौरान अपनी समस्याएं भी साझा कीं। उन्होंने बताया कि उन्हें अपने उत्पादों को बेचने के लिए पैसों की कमी का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण उनकी फसल पर आई लागत पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में, यदि गांवों में प्रोसेसिंग यूनिट्स स्थापित हो जाएं, तो किसान अपनी फसल को वहां पहुंचाकर उसे अधिक मूल्य पर बेच सकते हैं और दूसरे उत्पाद तैयार कर सकते हैं।

जाइका प्रोजेक्ट के तहत ऐसी प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना की योजना भी बनाई जा रही है, ताकि किसानों को अपनी उपज को अच्छे दामों पर बेचने में आसानी हो।

जाइका प्रोजेक्ट का हरियाणा में शुभारंभ

जिला बागवानी अधिकारी डा. प्रेम कुमार ने बताया कि जाइका प्रोजेक्ट हरियाणा में जल्द ही शुरू होने जा रहा है। इसके तहत, राज्य के बागवानी किसानों को वैश्विक बाजार में अपनी उपज बेचने का एक बड़ा अवसर मिलेगा। इसके साथ ही, किसानों के लिए प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि वे अपने उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार कर सकें।

नतीजा: किसानों की जीवनशैली में सुधार

यह परियोजना किसानों के लिए एक अहम अवसर साबित हो सकती है, जो न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएगी बल्कि उन्हें उन्नत कृषि पद्धतियों से भी अवगत कराएगी। वैश्विक बाजार में उनके उत्पादों की मांग बढ़ने से उनकी आमदनी में इजाफा होगा, जिससे उनके जीवनस्तर में सुधार होगा।

इस परियोजना के आने से हरियाणा के किसान वैश्विक कृषि व्यापार में अपनी पहचान बना सकते हैं और भारतीय कृषि उत्पादों को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं।

जाइका का यह प्रोजेक्ट हरियाणा के किसानों के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। इससे न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि वे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी अपनी पहचान बना सकेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस परियोजना के माध्यम से हरियाणा के किसान उन्नत तकनीकों और वैश्विक बाजार की पहुंच से लाभान्वित होंगे।

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