हरियाणा के बल्लभगढ़ में बड़ी कार्रवाई, पुलिसकर्मी रिश्वत लेते गिरफ्तार
एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी सफलता, पुलिसकर्मी को रंगे हाथ पकड़ा
हरियाणा के बल्लभगढ़ शहर में एंटी करप्शन ब्यूरो (ए.सी.बी.) की फरीदाबाद टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिसकर्मी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी पुलिसकर्मी ई.ए.एस.आई. जयवीर सिंह को बल्लभगढ़ के बस अड्डे स्थित पुलिस चौकी से गिरफ्तार किया गया, जब उसने शिकायतकर्ता से 7,000 रुपये रिश्वत के तौर पर लिए। यह कार्रवाई ए.सी.बी. द्वारा की गई एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन का हिस्सा है, जो राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी निरंतर मुहिम को दर्शाता है।
क्या था पूरा मामला?
शिकायतकर्ता श्रीमती सुधा मिश्रा ने ए.सी.बी. को यह जानकारी दी थी कि वह बल्लभगढ़ स्थित ओयो महाराजा गेस्ट हाउस को लीज पर चला रही थीं। गेस्ट हाउस चलाने के बदले में आरोपी ई.ए.एस.आई. जयवीर सिंह उनसे पहले 5,000 रुपये मासिक रिश्वत लेता था। हाल ही में, आरोपी ने रिश्वत की राशि बढ़ाकर 7,000 रुपये कर दी थी, जो कि शिकायतकर्ता के लिए असहनीय था। इस पर श्रीमती सुधा मिश्रा ने ए.सी.बी. से संपर्क किया और आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी द्वारा उन्हें नियमित रूप से रिश्वत की मांग की जा रही है।
ए.सी.बी. की कार्रवाई और गिरफ्तारी
शिकायत पर ए.सी.बी. की फरीदाबाद टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक ट्रैप ऑपरेशन तैयार किया। टीम ने शिकायतकर्ता को रिश्वत की राशि 7,000 रुपये देने के लिए कहा, जिसे वह आरोपी को दे सकती थी। 24 जनवरी 2025 को, जब आरोपी ई.ए.एस.आई. जयवीर सिंह ने शिकायतकर्ता से 7,000 रुपये रिश्वत के तौर पर लिए, तब ए.सी.बी. की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। इस पूरी कार्रवाई को पूरी पारदर्शिता के साथ गवाहों की मौजूदगी में अंजाम दिया गया।
रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कदम
इस कार्रवाई के बाद ए.सी.बी. ने आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। यह घटना दर्शाती है कि हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ ए.सी.बी. की टीम गंभीर है और वे कोई भी भ्रष्ट आचरण करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिसकर्मी द्वारा रिश्वत लेने का यह मामला एक और उदाहरण है कि किस तरह कुछ लोग अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।
न्याय का समर्पण और आगे की प्रक्रिया
अब जब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, तो ए.सी.बी. की टीम आगे की जांच करेगी और इस मामले में संबंधित सभी तथ्यों की जांच की जाएगी। पुलिसकर्मी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि न्याय का पूरा समर्पण किया जाए। भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कदम उठाने के लिए ए.सी.बी. का यह अभियान नागरिकों के बीच विश्वास को बढ़ावा देने में मदद करेगा और भविष्य में ऐसे अपराधों के प्रति जागरूकता पैदा करेगा।
हरियाणा के बल्लभगढ़ में हुई यह गिरफ्तारी राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ ए.सी.बी. की सख्ती को उजागर करती है। जब सरकारी अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त होते हैं, तो यह न केवल कानून का उल्लंघन होता है, बल्कि जनता के विश्वास को भी तोड़ता है। ए.सी.बी. द्वारा की गई यह कार्रवाई यह साबित करती है कि किसी भी अधिकारी को कानून से ऊपर नहीं समझा जाएगा और रिश्वतखोरी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस घटना से यह संदेश भी जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में सभी को अपनी भूमिका निभानी होगी और किसी भी गलत कार्य को उजागर करने के लिए कदम उठाना होगा।