हरियाणा के खेडी लक्खा सिंह ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस चौकी पर बड़ी कार्रवाई, 9 पुलिसकर्मी बर्खास्त

 

हरियाणा के खेडी लक्खा सिंह ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस चौकी पर बड़ी कार्रवाई, 9 पुलिसकर्मी बर्खास्त

खेडी लक्खा सिंह ट्रिपल मर्डर केस: पुलिस की लापरवाही पर हुई कार्रवाई

हरियाणा के यमुनानगर जिले के खेडी लक्खा सिंह ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस की लापरवाही को लेकर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। इस हत्याकांड के बाद हुई जांच में पुलिस चौकी के कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई, जिसके चलते 15 मुलाजिमों में से 9 को बर्खास्त कर दिया गया है। इनमें चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर निर्मल सिंह सहित 4 एएसआई और 4 हेड कांस्टेबल शामिल हैं।

यह कार्रवाई पुलिस की अव्यवस्था और कर्तव्यहीनता को लेकर की गई, जब वारदात के वक्त सौ राउंड गोलियां चलने के बावजूद पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचे थे। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है और स्थानीय प्रशासन ने इसे लेकर सख्त कदम उठाए हैं।

100 राउंड फायरिंग के बावजूद पुलिस की लापरवाही

यमुनानगर जिले के खेडी लक्खा सिंह में हुई इस त्रासदी में अपराधियों ने 100 राउंड फायरिंग की थी, लेकिन पुलिस चौकी के कर्मचारियों ने समय पर घटनास्थल पर पहुंचकर उचित कार्रवाई नहीं की। यह घटना 28 दिसंबर की रात की है, जब तीन लोगों की हत्या के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था। जबकि हत्या के वक्त फायरिंग की आवाजें सुनकर पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए था, लेकिन इस लापरवाही के कारण मामले में गंभीरता आई।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, घटना स्थल पर समय पर न पहुंचने और जांच में गड़बड़ी की वजह से यह कार्रवाई की गई। एसपी ने चौकी इंचार्ज सहित अन्य कर्मचारियों को बर्खास्त करते हुए साफ संदेश दिया है कि ऐसे मामलों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पुलिस द्वारा अब तक की गई गिरफ्तारियां

खेडी लक्खा सिंह ट्रिपल मर्डर केस में अब तक पुलिस ने शूटर्स के दो मददगारों और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन आरोपियों से पूछताछ करके हत्या के कारणों और घटनाक्रम के बारे में जानकारी प्राप्त की है। हालांकि, मामले में कुछ अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।

इस मर्डर केस में पुलिस की जांच में यह पता चला है कि यह हत्या किसी व्यक्तिगत विवाद के चलते की गई थी। पुलिस ने आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की योजना बनाई है।

पुलिस बर्खास्तगी के बाद के कदम

पुलिस की बर्खास्तगी के बाद अब प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि इस घटना के बाद ऐसी लापरवाही दोबारा न हो। बर्खास्तगी के आदेश से पुलिस विभाग के भीतर संदेश दिया गया है कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही के लिए किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

इसके अलावा, पुलिस विभाग में सुधार के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके और पुलिस की कार्यक्षमता में सुधार हो। इस घटना से यह भी साबित हुआ कि पुलिस विभाग के कार्यों की निरंतर निगरानी और प्रभावी कदम उठाना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

खेडी लक्खा सिंह ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस चौकी पर हुई कार्रवाई ने पुलिस की जिम्मेदारी और कर्तव्य पर सवाल उठाए हैं। यह बर्खास्तगी पुलिस विभाग के लिए एक कड़ा संदेश है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही और कर्तव्यहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना ने न केवल पुलिस विभाग की कार्यशैली को उजागर किया है, बल्कि यह आम नागरिकों के लिए भी यह चेतावनी है कि सुरक्षा और न्याय का सही तरीके से पालन होना चाहिए।

पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता को लेकर अब प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है और आशा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकेगा।

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