हरियाणा में आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन की धांधली पर लगेगी लगाम, विभाग ने उठाया बड़ा कदम

हरियाणा में आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन की धांधली पर लगेगी लगाम, विभाग ने उठाया बड़ा कदम

हरियाणा सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों में मिलने वाले राशन की गुणवत्ता को सुधारने और राशन वितरण में धांधली को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने राशन के वितरण और निगरानी के लिए एक विशेष फॉर्मूला अपनाया है, ताकि बच्चों और महिलाओं को मिलने वाले पोषाहार की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो।

राशन वितरण में पारदर्शिता के लिए की गई पहल

हरियाणा सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं। विभाग के नए दिशा-निर्देशों के तहत, आंगनवाड़ियों में मिलने वाले राशन का डिस्प्ले बोर्ड पर उल्लेख किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गांव के लोग हर दिन वितरित होने वाले राशन के बारे में पूरी जानकारी रख सकें। इसके अलावा, हर गांव में निगरानी के लिए एक विशेष कमेटी भी गठित की जाएगी। यह कमेटी राशन के वितरण की निगरानी करेगी और गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद करेगी।

शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी

महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने बताया कि यदि आंगनवाड़ी केंद्रों में राशन न बंटने या घटिया सामग्री मिलने की शिकायत होती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों और महिलाओं को पोषाहार की गुणवत्ता में कोई कमी न हो, और जो लोग इस व्यवस्था का दुरुपयोग करते हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

महिला चौपाल और नई आंगनवाड़ियों की योजना

इसके साथ ही, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने विभाग को महिला चौपाल बनाने और नई आंगनवाड़ियों के निर्माण के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं। यह कदम गांवों में महिलाओं और बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया जा रहा है, ताकि हर गांव में महिलाओं और बच्चों के लिए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें।

आंगनवाड़ी केंद्रों का पुनर्निर्माण और विस्तार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। केंद्रों में सभी जरूरी सुविधाएं जैसे कि शौचालय, खेल की सामग्री, और अध्ययन सामग्री सुनिश्चित की जाएंगी, ताकि बच्चों का मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास बेहतर तरीके से हो सके।

आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषाहार का वितरण

महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषाहार वितरण को लेकर अपनी नीति को और मजबूत किया है। अब बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार मिलेगा, जो उनके विकास के लिए बेहद जरूरी है। विभाग ने सुनिश्चित किया है कि राशन वितरण में किसी प्रकार की कमी न हो और पोषाहार की गुणवत्ता में कोई समझौता न किया जाए।

निगरानी समितियों का गठन

हरियाणा सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों में वितरित किए जाने वाले राशन की गुणवत्ता की निगरानी करने के लिए हर गांव में निगरानी समितियों का गठन किया है। यह समितियां हर रोज़ आंगनवाड़ी केंद्रों में मिलने वाले राशन की जांच करेंगी और उसकी गुणवत्ता पर नज़र रखेंगी। इस कदम से राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों और महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण राशन मिले।

विभाग की नई पहल से उम्मीदें

महिला एवं बाल विकास विभाग की इस नई पहल से आंगनवाड़ी केंद्रों में राशन वितरण को लेकर सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। अब तक आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन की धांधली और घटिया सामग्री के वितरण की कई शिकायतें सामने आ चुकी थीं, लेकिन विभाग ने अब इन समस्याओं को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।

निगरानी समितियों और डिस्प्ले बोर्ड की शुरुआत से यह सुनिश्चित होगा कि हर कोई राशन की गुणवत्ता को जान सके और किसी भी तरह की गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।
हरियाणा सरकार द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों पर राशन की धांधली को रोकने के लिए उठाए गए कदम निश्चित रूप से राज्य के बच्चों और महिलाओं के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित होंगे। इससे न केवल राशन वितरण में पारदर्शिता आएगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि सभी को सही और गुणवत्तापूर्ण पोषाहार मिल सके।

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